फिर से नवरात्रि त्योहार का समय है !
देश के विभिन्न हिस्सों में भक्तों द्वारा भव्य पूजा और भक्तों द्वारा नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है। ज्यादातर लोग इन नौ दिनों के दौरान उपवास करते हैं। इस अवसर के लिए शेफ बंडु उगलमुगले द्वारा बनाई गई कुछ दिलचस्प रेसिपी बताई गई हैं। नवरात्रि त्योहार से संबंधित रेसिपीज तैयार करे और वास्तविक अनुभव प्राप्त करें।
व्रतवाले पनीर रोल
सामग्री
आलू – 2 कप
पनीर – 2 कप
किशमिश – 50 ग्राम
सेंधा नमक – स्वादानुसार
हरी मिर्च – 3 से 4
जायफल – एक चुटकी
घी – तलने के लिये
इलायची पावडर – एक चुटकी
विधि :
एक बाउल में उबले हुए आलू और पनीर को एक साथ लें।
उसमें हरी मिर्च डालकर अच्छी तरह मिलायें।
इसमें सेंधा नमक, किशमिश, कालीमिर्च, इलायची का पावडर, जायफल डालें।
इन सामग्रियों को अच्छी तरह मिलायें और इसे गूंदकर आटे के गोले जैसा बना लें।
इस गोले से रोल तैयार करें। अब एक पैन में घी लें और उसमें रोल्स को डालकर पैन फ्राय करें।
इन रोल्स को सुहनरा होने तक फ्राय करें।
इसे गरमागरम परोसें।
आलू की कढ़ी
सामग्री
आलू – 4
सेंधा नमक – स्वादानुसार
सींगदाने का आटा – 2 कप
मिर्च पावडर – 20 ग्राम
घी – तलने के लिये
दही – 250 ग्राम
जीरा -1 टीस्पून
साबुत मिर्च – 2
पानी – 3 कप
विधि:
आलू, ½ छोटा चम्मच नमक, मिर्च पावडर और सिंघाड़े के आटे का एक गाढ़ा घोल तैयार कर लें।
एक चौथाई मिश्रण को एक किनारे रख दें और बाकी के पकौड़े तैयार कर लें।
तेल को तब तक गर्म करें जब तक कि घोल की बूंदें डालने पर वह एकदम बाहर ना आ जाये।
एक चम्मच भरकर तेल लें, आंच को कम करें और इसे सुहनरा होने तक तलें।
बाकी बचे मिश्रण में दही मिलाकर स्मूद पेस्ट तैयार कर लें और उसे पानी में मिला दें।
एक मोटे तले के पैन में, उसी तेल का 2 टेबलस्पून दोबार गर्म करें, इसमें कढ़ी पत्ता, साबुत जीरा और साबुत लाल मिर्च डालें।
इसमें दही वाले मिश्रण और नमक को मिलाकर उबालें और फिर धीमी आंच पर इसे गाढ़ा होने तक चलायें; जल ना जाये उसके लिये इसे लगातार चलाते रहें।
इसमें पकौड़े को डालें, कुछ मिनट के लिये इसे थोड़ा और हिलायें और गरमागरम परोसें।
राजगिरा पूरी
सामग्री
राजगिरा आटा या अमरनाथ आटा – 2 कप
सेंधा नमक – स्वादानुसार
आलू – 2
पानी – जरूरत के अनुसार
घी – तलने के लिये
विधि:-
आलू को उबालकर ठंडा होने पर मसलें।
इसमें राजगिरा आटा और नमक मिलायें। पानी डालते हुए आटे की तरह अच्छी तरह गूंदें।
आटे का गोला चिपचिपा नहीं होना चाहिये। यदि यह चिपचिपा हो तो इसमें और राजगिरा आटा मिलायें और फिर से गूंदें।
गूंदे आटे को 15 मिनट के लिये एक किनारे रख दें।
मध्यम आकार की पूरियां बनायें, ना तो वह बहुत मोटी होनी चाहिये और ना ही बहुत पतली और उन्हें गर्म घी में तलें।
कढ़ी के साथ राजगिरा पूरी परोसें।