जम्मू कश्मीर पुलिस ने सोशल मीडिया सेवा प्रदाताओं से घबराहट फैलाने वाली पोस्ट पर कार्रवाई करने को कहा
जम्मू कश्मीर पुलिस प्रशासन ने अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी समेत आठ लोगों के ट्विटर खातों पर कार्रवाई की अनुशंसा की है। पुलिस ने विभिन्न सोशल मीडिया सेवा प्रदाताओं से कहा है कि वे लोगों में घबराहट फैलाने वाले और राज्य की स्थिति के बारे में नकारात्मक छवि पेश करने वाले पोस्ट पर समुचित कार्रवाई करें।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने इन खबरों का खंडन किया है कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों के बीच किसी प्रकार का संघर्ष हुआ है। उसने एक पाकिस्तानी पत्रकार द्वारा इस बारे में सोशल मीडिया पर डाले गये पोस्ट को दुर्भावनापूर्ण बताया है।
एक ट्वीट में पुलिस ने कहा है कि इस पोस्ट में दी गई जानकारी पूरी तरह से असत्य और निराधार है। पुलिस ने संबंधित ब्लॉग को इस बारे में समुचित कार्रवाई के लिए लिखा है। फेसबुक ने कहा है कि वह जम्मू कश्मीर पर चर्चा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है और उसके मानकों के अनुरूप न पाये जाने वाले पोस्ट को हटा रहा है। ट्वीटर ने भी अफवाहें फैलाने वाले कुछ पाकिस्तानी पत्रकारों के खातों को निलम्बित कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार कश्मीर घाटी में मीडियाकर्मियों की सुविधा के लिए सरकार ने मीडिया केन्द्र स्थापित किया है। यहां पर उनके लिए फोन और इंटरनेट सुविधा दी गई है और दैनिक आधार पर वरिष्ठ अधिकारी उन्हें जानकारी उपलब्ध कराते हैं। जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किये जाने के एक हफ्ते बाद भी पाकिस्तान सच्चाई को स्वीकार करने को तैयार नहीं है और पहले की तरह भारत के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण प्रचार जारी रखे हुए है। विश्व समुदाय को गुमराह करने के लिए हाल के दिनों में पाकिस्तानी एजेन्सियों द्वारा जम्मू कश्मीर के बारे में झूठी खबरों और दुष्प्रचार में काफी तेजी आई है।